मंगलवार, 15 फ़रवरी 2022

 पुरानी यादों का बक्सा तो सबके पास होगा

सभी ने उसको अब तक सहेज कर रख छोड़ा होगा
गाहे -बगाहे उसमें रखे यादों के पन्ने तो जरूर सरसराये होंगे
कुछ पुरानी यादों ने अलबत्ता आँखों के कोर जरूर भिगोये होंगे
कुछ सखियों के साथ की चुहल-बाज़ियाँ ने मन को बरसों पीछे खींचा होगा
कभी छोटे से टुकड़े पर की कढ़ाई जो आज भी बक्से में नीचे अहतियात से सँजो रखी होगी
कितनी बेशकीमती यादें उस बक्से में आज तक रख छोड़ी हैं ,शायद ज़िंदगी भर
कभी न कभी हम एक छोटी सी दुनिया में ,पूरे जहां की खुशियाँ समेट लेते हैं उम्र भर
अखबार की कतरनें ,लतीफों का खजाना ,कुछ पुरानी तस्वीरें बस फालतू सी चीज़ें कब बन जाती हैं जान से भी ज्यादा प्यारी समेटते रहे जो बचपन भर
कभी -कभी खोल कर हवा लगा देते हैं उन बेमतलब चीजों को समेट कर
हिम्मत बटोरते हैं फैकने की उनको ,पर हाथ बेसाख्ता रुक जाते हैं हर बार
रोशी-

  श्वर प्रदत्त नेमतों की खुशियों के अहसास से महरूम क्यूँ रहते हम स्वस्थ काया सबसे कीमती तोहफा है ईश्वर का जिसमें जीते हैं हम दुनिया में बेशु...