रविवार, 26 जून 2022

 आजकल हर इंसान में उबासी ,निद्रा दिन में भी दिखती है

रात्रि ज़्यादातर हर किसी की सोशल -मीडिया के सहारे ही कटती है
कार्य -छमता कम और ज़िंदगी ऊलजलूल हरकतों में ही कटती है
बच्चे -बूड़े सब हो रहे अभ्यस्त सबकी इसके साथ छनती है
जो रहते इससे दूर कामयाबी उनके साथ चलती ही है
दोष देते हैं बड़ी आसानी से किस्मत को ,अपनी गलती नहीं दिखती है
जब जागोगे रात भर उल्लू की मानिद,तो जीवन का लक्ष्य क्या पाओगे ?
बुजुर्गों के अनुसार जीवन जियो ,कामयाबी के परचम लहराओगे

रोशी--

  श्वर प्रदत्त नेमतों की खुशियों के अहसास से महरूम क्यूँ रहते हम स्वस्थ काया सबसे कीमती तोहफा है ईश्वर का जिसमें जीते हैं हम दुनिया में बेशु...