शनिवार, 4 जनवरी 2025



 आज बाल दिवस है ,कोई उत्साह ,योजना दिखाई नहीं दिया
आने वाली नस्लों के लिए किसी सुधार ,परियोजना का कोई व्योरा ना दिखा
मिड डे मील देकर पहले ही बच्चों की शिक्षा का स्तर ख़त्म कर दिया
सिर्फ भोजन और बजीफे के चक्कर ने पढाई को ख़त्म कर दिया
युवा नस्ल को नरेगा की योजना ने कामचोर ,मक्कार बना दिया
कोई कानून बालकों की बेहतरी का नहीं दिखता ,ना किसी ने ध्यान दिया
बचपन से जवानी तक अब भारत का भविष्य निरक्षर और नाकारा ही दिखता
देश के नौनिहालों ,बालकों के उत्थान,बेहतरी का अब कोई खैरख्वाह नहीं दिखता
--रोशी

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