देश में धर्म के नाम पर त्योहारों की खुशियाँ सिमट रही हैं
धर्मगुरुओं ने निज स्वार्थ के लिए सबको विभाजित कर दिया है
जाति ,धर्म के नाम पर दिल से ,डर से सबको अलग- थलग कर दिया है
हर्षौल्लास सब सिमट कर रह गया है ,धर्म ने सबको बाँट दिया है
क्रिसमस ,ईद ,जन्माष्टमी ,गुरुपर्व जैसे पर्वों का सत्यानाश कर दिया है
मजहब का नाम लेकर गैर धर्मों के लिए इतनी नफरत भर दी है
डर ,खौफ से इंसान एक दुसरे की ख़ुशी में शामिल नहीं हो पा रहा है
क्योँ ना हम इन सबसे ऊपर उठकर एक दूजे की खुशियाँ बांटे
तीज त्यौहार मिलकर मनाएं ,,सर्वधर्म का सम्मान करें ,सबको खुशियाँ बांटे
--रोशी
जाति ,धर्म के नाम पर दिल से ,डर से सबको अलग- थलग कर दिया है
हर्षौल्लास सब सिमट कर रह गया है ,धर्म ने सबको बाँट दिया है
क्रिसमस ,ईद ,जन्माष्टमी ,गुरुपर्व जैसे पर्वों का सत्यानाश कर दिया है
मजहब का नाम लेकर गैर धर्मों के लिए इतनी नफरत भर दी है
डर ,खौफ से इंसान एक दुसरे की ख़ुशी में शामिल नहीं हो पा रहा है
क्योँ ना हम इन सबसे ऊपर उठकर एक दूजे की खुशियाँ बांटे
तीज त्यौहार मिलकर मनाएं ,,सर्वधर्म का सम्मान करें ,सबको खुशियाँ बांटे
--रोशी
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