सोमवार, 11 जुलाई 2011

हाय-हाय गर्मी

उफ़ यह गर्मी का मौसम खूब रुलाता है

मौसम के साथ- साथ बिजली कटौती का दुःख सताता है
बिजली कटौती के साथ जनरेटर की आवाज से दम निकलता है
जनरेटर के साथ रात में मचछरो का संगीत सबको जगाता है
रात में संगीत और दिन में बदहजमी का दर्द सताता है
बदहजमी के साथ डायरिया, वायरल किलीनिक के चक्कर कटबाता है
किलीनिक के चक्करों के साथ-साथ फोड़े- फुंसी और घमौरिओं का आतंक रुलाता है

हर तकलीफ परेशानी झेल कर भी ये मौसम
हर साल अपना का इंतजार करता है
हर साल यह मौसम आम,खुमानी,लीची
भी भरपूर संग अपने लाता है
वर्फ का गोला,चुस्की,कुल्फी, फालूदा भी
यही मौसम खिलबाता है .. ...

  मौनी अमावस्या पर हुई दुखद घटना पर हार्दिक संवेदनाएं --------------------------------------- निकले थे घर से संगम पर स्नान करने इलाहबाद ,महा...