नवबर्ष
नवबर्ष में क्या संकल्प लें ,,कुछ नए वायदे खुद से करें 
बस यह ही है बहुत जीवन में अब अपने मुश्किल 
अब कुछ छोड़ना और नया अपनाना है बहुत मुश्किल 
नव -वर्ष  पर तो जैसे सैलाब आ जाता है नई कसमों ,वायदों का 
हम जैसे हैं वैसे ही रहें ,दिल से ,दिमाग से रोज़ करें खुद को परिष्कृत 
निज आत्म -मंथन करें हर घड़ी खुद के हर कृत्य को ,जैसे बुहारते हैं रोज़ घर को 
कोशिश हर पल की शायद सुसंस्कृत करे दैनिक आचार -व्यवहार 
नित जीवन में सुखद प्रयास करने वालों की होती नहीं है कभी हार
                                                                                       रोशी--