माँगा उसने पत्नी के लिए नाक का फूल
दिखाए थे उसको कई डिज़ाइन पर न एक भी कर पाया पसंद
बाइक पर बैठी थी बाहर पत्नी , ले जाकर दिखाता था उसको बार- बार
खीझ कर हमने कहा क्यूँ नहीं पत्नी को बुलाते हो एक बार
फ़ौरन बोला वो नहीं आ सकती है वो बीमार
शक हुआ , बाहर झाका गौर से देखा उसको एक बार
उसी पैर से विकलांग पुरुष की पत्नी भी थी विकलांग
दोनों विकलांग पति -पत्नी का हौसला देखकर
मन दे रहा था उनको ठेरों दुआएं बार- बार
काश ऐसा की होता हम सब का जीवन -संसार
जिसमे होता प्यार और विश्वास भरा उल्लास ...
जिसमे होता प्यार और विश्वास भरा उल्लास ...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें