नन्हे मेहमान
ओ नन्हे मेहनान ,तेरे वास्ते है हम सब परेशान
तेरी सलामती और सेहत के लिए मन है परेशा ,
बेचैन हर घड़ी हर पल हैं नई आशाए ,नये सपने
नये रिश्ते की ,सुगब गाहट ,नई धड़कने
बढ़ती है धड़कन दिल की मन होता है बेचैन
हर दम सोचती हूँ उस वेदना को और भर आते नैन आंखों में आ जाती है सूरत उस नन्ही सी जान की
आन्या के जन्म से पहले
(धेवती )
तेरी सलामती और सेहत के लिए मन है परेशा ,
बेचैन हर घड़ी हर पल हैं नई आशाए ,नये सपने
नये रिश्ते की ,सुगब गाहट ,नई धड़कने
बढ़ती है धड़कन दिल की मन होता है बेचैन
हर दम सोचती हूँ उस वेदना को और भर आते नैन आंखों में आ जाती है सूरत उस नन्ही सी जान की
आन्या के जन्म से पहले
(धेवती )