AANYA |
कर दिया है जिसने हर्षित मन सबके अपार
अबोध कलिका से पाया है नवनिर्मल रिश्तों का संसार
कलरव है, ध्वनि है ,स्वर है और है नई पुकार
मम्मी ,पापा ,दादी नानी बूया ,चाचा नूतन शब्दों कीटंकार
भर दिया है जिसने सबके मन उमंग ,प्यार और दुलार
दुआएं हैं हमारी फूलो ,फलो और पाओ सबका प्यार
कल तक थीवह अबोध बालिका अदिति आज है सद्ध प्रसूता
सफल हुआ है नारीत्व पाकर सुख मातृत्व अनूठा
3 टिप्पणियां:
your poem is very sweet
बहुत सुंदर भाव युक्त कविता
Beautiful poem Roshi
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