प्रिय बिटिया तुमने जो कर दिखाया वो था नामुमकिन
पर हमारे दिए ,गए संस्कार ,प्यार ,आदर्शों पर
चलकर कर दिखाया तुमने नामुमकिन भी मुमकिन
कहना बहुत आसालगता है पैर कर गुजरना है कठिन
कई बार तुम्हारी भी हिम्मत टूटी ,और मेरी बढ़ी धरकन
पर मुझको था भरोसा तुम पर ,तुम्हारी क़ाबलियत पर
की कर जाओगी सारी मुश्किलें पर और बड़ा दोगी शान
मुझे तुम पर और तुम्हारी बेटी को होगी तुम पर शान
वो भी माँ से सीख्गी बचपन से महनेत और लगन
हमारे लिए यह खुशयां क्या मायेने रखटी है तुम्हे नहीं मालूम
लगा जैसे ढेर सा सुख आ गया पल भर में दामन में
हमने तो हिम्मत दी पर समंदर में कूदी थी तुम खुद हिम्मत से
और मिल ही गया तिनके का सहारा , और अब जल्द मिलेगा किनारा
गर थान लो तो कुछ भी नहीं है नामुमकिन ,यह दिखा दिया तुमने
जो हमारा सपना था उसकी पा ली है मंजिल तुमने
इश्वर से है प्रार्थना दे वो तुमको हिम्मत और जज्बा कामयाबी का
यक़ीनन तुम खुद पर रस्क करोगी ,फक्र करोगी मंजिल पाकर
यूं तो मेह न त सभी करते है पर तुमने ससुराल में नवजात बच्ची के साथ
किया है वो करिश्मा जो हर किसी के न बस की बात
हमारी हैं दुआएं की इसी तरह करती रहो मंजिलें पार
ताकि हम बता सकें बच्चों को कि सीखो अदिति से एक बार
15 टिप्पणियां:
mom i love u ...u have made many sacrifices for us n its time u get some happiness u truly deserve...hope tht in future also i can give u same happiness..just bmy guardian angel...love u ,,,need u...will do anything 4 u
Congrats to Aditi..
अदिति को बहुत बहुत बधाई
congrats to aditi and you .....
अदिति बिटिया को बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
एक मां के अपनी बेटी के प्रति भावना को पढना बहुत अच्छा लगा... लिखते रहिए...
Roshi ji,
Today,I could open your blog with great difficulty.
CONGRATS TO ADITI.
are vaah.....magar aisi bacchhi se sirf bacche hi kyun seekhen....ham bhi kyun nahin....??
आदरणीय रोशनी जी , सादर प्रणाम
आपके बारे में हमें "भारतीय ब्लॉग लेखक मंच" पर शिखा कौशिक व शालिनी कौशिक जी द्वारा लिखे गए पोस्ट के माध्यम से जानकारी मिली, जिसका लिंक है...... http://www.upkhabar.in/2011/03/jay-ho-part-2.html
इस ब्लॉग की परिकल्पना हमने एक भारतीय ब्लॉग परिवार के रूप में की है. हम चाहते है की इस परिवार से प्रत्येक वह भारतीय जुड़े जिसे अपने देश के प्रति प्रेम, समाज को एक नजरिये से देखने की चाहत, हिन्दू-मुस्लिम न होकर पहले वह भारतीय हो, जिसे खुद को हिन्दुस्तानी कहने पर गर्व हो, जो इंसानियत धर्म को मानता हो. और जो अन्याय, जुल्म की खिलाफत करना जानता हो, जो विवादित बातों से परे हो, जो दूसरी की भावनाओ का सम्मान करना जानता हो.
और इस परिवार में दोस्त, भाई,बहन, माँ, बेटी जैसे मर्यादित रिश्तो का मान रख सके.
धार्मिक विवादों से परे एक ऐसा परिवार जिसमे आत्मिक लगाव हो..........
मैं इस बृहद परिवार का एक छोटा सा सदस्य आपको निमंत्रण देने आया हूँ. आपसे अनुरोध है कि इस परिवार को अपना आशीर्वाद व सहयोग देने के लिए follower व लेखक बन कर हमारा मान बढ़ाएं...साथ ही मार्गदर्शन करें.
आपकी प्रतीक्षा में...........
हरीश सिंह
संस्थापक/संयोजक -- "भारतीय ब्लॉग लेखक मंच" www.upkhabar.in/
वो बच्चे ख़ुशनसीब होते हैं जिनके माता-पिता उनकी क़ामयाबी पर विश्वास करते हैं
ब्लॉग की दुस्निया में आपका हार्दिक स्वागत |
बहुत ही सुन्दर लिखा है अपने |
अप्प मेरे ब्लॉग पे भी आना के कष्ट करे
http://vangaydinesh.blogspot.com/
आद.रोशी जी,
अदिति को ढेर सारी बधाईयाँ और शुभकामनाएँ !
Congrats to u & yr. Aditi..
बहुत प्यारा आशीर्वाद युक्त ख़त...
आपको होली पर हार्दिक शुभकामनायें !!
PS: गूगल से कंटेंट वार्निंग आ रही है !
Thanks ..
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