गुरुवार, 3 मार्च 2011

Roshi: अदिति की कामयाबी पर

Roshi: अदिति की कामयाबी पर: "प्रिय बिटिया तुमने जो कर दिखाया वो था नामुमकिन पर हमारे दिए ,गए संस्कार ,प्यार ,आदर्शों पर चलकर कर दिखाया तुमने नामुमकिन भी ..."

3 टिप्‍पणियां:

Sushil Bakliwal ने कहा…

बधाईयां...

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

हमारी ओर से बहुत-बहुत शुभकामनाएँ और बधाइयाँ!

निवेदिता श्रीवास्तव ने कहा…

होली की शुभकामनायें....

                                  दिनचर्या   सुबह उठकर ना जल्दी स्नान ना ही पूजा,व्यायाम और ना ही ध्यान   सुबह से मन है व्याकुल और परेशा...