गुरुवार, 12 मई 2011

"मदर' स डे"

आज विश्व में मनाया जा रहा है ममता दिवस 
सिर्फ एक दिन ही क्या है ? उस माँ के वास्ते 
साल के ३६५ दिन भी है कम उस माँ कें लिए 
कितने, कष्ट और पीड़ा सहकर देती है वो जन्म 
नवजात का पालन, पोषण करती है सब दुःख उठाकर 
पर हम कर रहे हैं इतिश्री अपने अहसानों की यह दिवस मनाकर 
किया हैप्पी मदर्स डे माँ कह देने भर से हो गया फर्ज पूरा 
कम से कम उस माँ के बताए एक भी आदर्श- सीख को कर दिया पूरा 
वस माँ को तो वही है दिवस पूरा ...............

6 टिप्‍पणियां:

Yashwant R. B. Mathur ने कहा…

बिलकुल सही बात कही आपने.

सादर

रजनीश तिवारी ने कहा…

bilkul sach kaha aapne. maa ke liye bas ek din niyat karne se hamaare kartvya kaise poore ho sakte hain. dhanywaad.

Kunwar Kusumesh ने कहा…

absolutely correct.

Kailash Sharma ने कहा…

bahut saarthak rachana..

डॉ.मीनाक्षी स्वामी Meenakshi Swami ने कहा…

सौ प्रतिशत सहमत हूं आपकी बात से ।

aditi ने कहा…

mom i m trying to give u all the happiness tht u have missed in ur life..i am trying to fulfil ur dreams but the path is too tough so plz b my guiding angel always...

                                  दिनचर्या   सुबह उठकर ना जल्दी स्नान ना ही पूजा,व्यायाम और ना ही ध्यान   सुबह से मन है व्याकुल और परेशा...