वैलेटाइन दिवस
दुनिया मना रही है वैलेटाइन दिवस
प्रेम- प्रदर्शन करने का सुन्दर दिवस
सिर्फ एक ही दिन क्यो इस प्रेम के लिए
364 दिन भी क्या कम हैं इस भाव के वास्ते
सिर्फ झूठी मोहब्बत का दिखावा थोथा प्यार
बस यही कुछ बचा है सिक्का जमाने को आज के बास्ते
मीरा का प्रेम ,राधा का प्रेम .सीता और सावित्री का प्रेम
सब भूला बैठे और अपना ली पाश्चात्य शैली दिखाने को प्रेम
जिसकी ना है कोई नीव, ना कोई मंजिल ना ही है कोई भविष्य
विदेशी मनाते हैं ,तो हम क्यों रह जाए पीछे हैं आज के युवा मानते
हमारी सभ्यता में तो प्रेम के हैं ढेरो रूप ,विखरे पडे है उनको ना देखते
माता- पिता ,भाई - बहन, पति-पत्नी ,नानी-दादी बुआ-मौसी
अनेको और अद्भुत हैं रिश्ते और हैं अनेको उनके रूप
किसी से भी ,कहीं पर भी ,निभा सकते हैं लुटाकर प्यार भरपूर
365 दिन भी कम पड़ेंगे गर बदला नजरिया पाओगे प्यार खुद भी भरपूर
2 टिप्पणियां:
सुन्दर
प्रेम का रंग अद्भुत होता ही है । अति सुन्दर।
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