सोमवार, 1 मई 2023

 बेमौसमी बरसात ने हैं धो दिए सारे गरीब किसान के सपने

गेंहू जो पड़ा था अधकटा खेतों में ,बारिश ने ख़त्म कर दिए मिनटों में
अधपके खरबूजे,तरबूज सड गए,सब्जी ,फल सब बर्बाद हो गई पानी में
जिस फसल को देख जीता है हमारा किसान बर्बाद हो गया इस पानी में
पल भर में सारे ख्वाब ,मनसूबे बेटी का व्याह ,घर ,परिवार सब बह गया पानी में
बेहद मुश्किल हालात ,तनाव में जीता है,अन्नदाता ना जाने कब बरस जाए पानी
मेघ ना बरसे तो मुश्किल में है जीता किसान ,रोता है जब ज्यादा बरसता है पानी
पूरे बरस का हिसाब किसान का टिका होता फसल पर ,जो बहा ले गया पानी
सोच ना सके कोई की कितना निभाता अहम् रोल किसान की जिन्दगी में है पानी
रोशी
No photo description available.
Like
Comment
Share

कोई टिप्पणी नहीं:

                                  दिनचर्या   सुबह उठकर ना जल्दी स्नान ना ही पूजा,व्यायाम और ना ही ध्यान   सुबह से मन है व्याकुल और परेशा...