''अतिथि देवो भव:'' बचपन से सुनती आई
बचपन से घर में भी स्वागत और सत्कार देखती आयीं
मौसी, भाभी ,चाची और बुआ का भी सपरिवार आना
बच्चो का भी धमाल, कूदा-फांदी और शैतानी मचाना
सभी रिश्तेदारों का मिलजुल कर काम में हाथ बंटाना
सारे बच्चो का आपस में झगड़ना और रूठना
माँ और मौसी की आपसी गपशप और चहकना
आज कितनी बदल गई है ''अतिथि देवो भव:" की परिभाषा
घरवालों की जानने की पूरी आशा ?
अतिथि भी पूरी मेहमान नबाजी का मजा ही उठाना चाहता है भरपूर
आता है वह अपने घर से थका हारा- पूरा ही मेहमान बनकर
टीवी, ए. सी , नौकर-चाकर का भी उठाना चाहता है पूरा आराम
और सोते वक्त भी चाहिए पूरा सम्मान
कर देती हैं घर बालों की नींद हराम
सारी परिभाषाएं बदल गईं है, बदल गयें हैं "हम और आप"
हम अपनी मानसिकता बदलकर क्यों नहीं गढ़ते
एक नया समाज जहाँ हो "सिर्फ और सिर्फ प्यार"
जहाँ हम करें मेहमान का इन्तजार और वो पाय हमसे ढेर सा "प्यार प्यार प्यार" ....
बचपन से घर में भी स्वागत और सत्कार देखती आयीं
मौसी, भाभी ,चाची और बुआ का भी सपरिवार आना
बच्चो का भी धमाल, कूदा-फांदी और शैतानी मचाना
सभी रिश्तेदारों का मिलजुल कर काम में हाथ बंटाना
सारे बच्चो का आपस में झगड़ना और रूठना
माँ और मौसी की आपसी गपशप और चहकना
आज कितनी बदल गई है ''अतिथि देवो भव:" की परिभाषा
घरवालों की जानने की पूरी आशा ?
अतिथि भी पूरी मेहमान नबाजी का मजा ही उठाना चाहता है भरपूर
आता है वह अपने घर से थका हारा- पूरा ही मेहमान बनकर
टीवी, ए. सी , नौकर-चाकर का भी उठाना चाहता है पूरा आराम
और सोते वक्त भी चाहिए पूरा सम्मान
कर देती हैं घर बालों की नींद हराम
सारी परिभाषाएं बदल गईं है, बदल गयें हैं "हम और आप"
हम अपनी मानसिकता बदलकर क्यों नहीं गढ़ते
एक नया समाज जहाँ हो "सिर्फ और सिर्फ प्यार"
जहाँ हम करें मेहमान का इन्तजार और वो पाय हमसे ढेर सा "प्यार प्यार प्यार" ....
6 टिप्पणियां:
हम अपना ही दायरा समेटते जा रहे हैं।
आज की तो मानसिकता है कि अतिथि कब जाओगे..पहला जैसा प्यार, सत्कार और अतिथि देवो भव की भावना कहाँ है..सुन्दर प्रस्तुति
Right U are.
आतिथ्य सत्कार की परम्परा ही खो गयी है.....
"हम अपनी मानसिकता बदलकर क्यों नहीं गढ़ते
एक नया समाज जहाँ हो "सिर्फ और सिर्फ प्यार"
जहाँ हम करें मेहमान का इन्तजार और वो पाय हमसे ढेर सा "प्यार प्यार प्यार"
बहुत सुन्दर बात कही है आपने
bilkul sahi kaha
aajkal kaun apne ghar atithi chaahta hai ?
wo apnapan gaayab hi ho gaya
sundar post
aabhaar
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