जीवन में खुश रहने का है मूल- मन्त्र बहुत ही छोटा तजुर्बे से
अपने गम ,तकलीफों को समझो सदेव कमतर जहाँ भर से
खुशियों को महसूस करो गैरों से सौ गुना ज्यादा दिल से
दुःख कभी ना कष्ट देगा तुमको,सुख हमेशा बरकत का एहसास दिलाएगा
जब रहेगा दिल –दिमाग खुश तो घर –परिवार हंसेगा-खिलखिलायेगा
सोच अपनी खुद बदलने की है जरूरत ,जीवन खुशहाल हो जायेगा
दूसरों के घरों में नहीं अपने घर का आइना देखो ,सब खुद पता चल जायेगा
अपनी ख़ुशी से कम दूसरों के घर झाँकने में निकल दी फ़क़त जिन्दगी
अब जितनी बची सुधार लो दूजा और मौका फिर ना मिल पायेगा
....रोशी
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