क्लास में टीचर एक ,बच्चे अनेक
सबको पडाया पाठ अध्यापक ने एक
क्योँ कोई बन गया डॉक्टर ,इंजीनियर,रह गया कोई बेबकूफ
नियति ,मेहनत ,लगन कोई तो वजह जरूर है होने को कामयाब
मेहनत का जज्बा हो गर बचपन से तो अभ्यास का भी होता अहम् किरदार
लक्ष्य तय कर लिया जिसने ,रोक ना सकेगा जमाना भी होने से कामयाब
एकलव्य की निष्ठां ,लगन ने कर दिखाया बिन गुरु नामुमकिन को मुमकिन
गर कर लिया दृड निश्चय तो देती है साथ कायनात भी ,राह कर देती आसान
--रोशी
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