चेहरे का मजबून बिन बयां करे पड़ ले उसको दोस्त कहते हैं
आवाज़ से दर्दे दिल जान जाए उसको दोस्त कहते हैं
आँख के इशारे से दिल और-दिमाग पड़ जाए उसको दोस्त कहते हैं
जीवन के बुरे दौर में जो बेख़ौफ़ साथ खड़ा हो उसको दोस्त कहते हैं
निष्पक्ष आपको गलत राह पर कदम बढाने से रोक दे उसको दोस्त कहते हैं
अनैतिक कार्य में साथ ना देकर, उसको दुरुस्त करे उसको दोस्त कहते हैं
दिल से हो जिसको जुड़ाव,स्नेह ,प्रेम बस उसको ही दोस्त सच्चा कहते हैं
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