दिल या दिमाग किसका कहा माने,तय ना कर सके आज तक
दोनों का रहता है जबरदस्त अंतर्द्वंद ,फैसला ना हो पाया आज तक
मिलता रहा सदेव धोखा जब सुनी दिल की बात ,गलत हुए साबित हमेशा
सिर्फ दिमाग से काम लिया आगा -पीछा ना सोचा ,नाकाम साबित हुए हमेशा
समन्वय करना ना आया ,दिल और दिमाग के बीच जो सीखना था बहुत जरूरी
दिल दिमाग दोनों का करो इस्तेमाल ,एक के भरोसे में डूबेगी लुटिया सारी
मिलेंगे जख्म गहरे ,गर दोनों का तालमेल ना हुआ दुनिया लुट जाएगी सारी
रोशी --
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