गुरुवार, 4 मई 2023

 जूनून की इन्तेहाँ जरूरी है मकसद की कामयाबी के लिए

इश्क का जूनून हो या कामयाबी का शिक्षा को हो या व्यापार के लिए
वक़्त ,मेहनत दोनों होते हैं बहुत जरूरी मंजिल को छुने के लिए
सूझ -बूझ ,सही दिशा का चयन भी होता है अत्यंत जरूरी कामयाबी के लिए
खुद की जिन्दगी ,उर्जा का बेमकसद इस्तेमाल धकेल देता है गर्त में सदा के लिए
इतिहास गवाह है मिली कामयाबी सदेव उनको समझ ली खेल की बिसात जिन्होंने दिल से
रोशी

कोई टिप्पणी नहीं:

                                  दिनचर्या   सुबह उठकर ना जल्दी स्नान ना ही पूजा,व्यायाम और ना ही ध्यान   सुबह से मन है व्याकुल और परेशा...