होली
होली आई जीवन में सतरंग लाई
लाल ,पीला ,हरा ,नीला ,काला ,और खेत
सभी रंग फिजाओ में ,तन मन में और हवाओ में
नर नारी ,बूढ़े-बालक ,युवा तनमन सभी है मदमस्त त्यौहार में
तन का रंग तो सबने रगड डाला पर देख ना पाया ह्रदय में
राग द्वेष ,कलह जलन और वैर -भाव का रंग तो चढ़ा था पक्का
काश धो पाते ,मिटा सकते उसके भी सब रंग तो और भी सुन्दर होती होली ,इठलाते हम भी सबके संग .........................
होली आई जीवन में सतरंग लाई
लाल ,पीला ,हरा ,नीला ,काला ,और खेत
सभी रंग फिजाओ में ,तन मन में और हवाओ में
नर नारी ,बूढ़े-बालक ,युवा तनमन सभी है मदमस्त त्यौहार में
तन का रंग तो सबने रगड डाला पर देख ना पाया ह्रदय में
राग द्वेष ,कलह जलन और वैर -भाव का रंग तो चढ़ा था पक्का
काश धो पाते ,मिटा सकते उसके भी सब रंग तो और भी सुन्दर होती होली ,इठलाते हम भी सबके संग .........................
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