सोमवार, 15 जुलाई 2024


 देश चुनाव के आखिरी दौर की आतिशबाज़ी में सुलग रहा है                                                                                   हर उम्मीदवार आग के शोले उगल रहा है
दूसरी पार्टी को भ्रष्ट ,नाकाम ,बेफजूल बता रहा है
खुद का दामन पाकसाफ़ गैरों का कालिख से रंगा बता रहा है
विष वमन,भ्रामक प्रचार हर पैंतरा इस्तेमाल किया जा रहा है
देश ,समाज इंसानों की बेहतरी का कोई भी जिक्र ना किया जा रहा है
हर उम्मीदवार बस सिर्फ अपनी सत्ता के लिए निरंतर गर्त में गिर रहा है
किसी भी अजेंडा में देश को विश्व पटल पर ले जाने का जज्बा ना दिख रहा है
--रोशी

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